अभी तक भक्त बाबा विश्वनाथ मंदिर में जाकर दर्शन करते थे लेकिन अब बाबा के धाम आने वाले श्रद्धालु मंदिर के 3D दर्शन भी कर पाएंगे. इसको लेकर वाराणसी के दुर्लभ दर्शन केंद्र में ट्रायल चल रहा है. दुर्लभ दर्शन केंद्र में 12 रिएलिटी हेडटेस्ट लगाए गए है... जिसमें पूरे मंदिर के स्वरूप को 3D इमेज में दिखाया जा रहा है. 3D दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को बाबा विश्वनाथ के 5 वक्त की आरती और गर्भगृह के दर्शन की सुविधा एक जगह बैठकर ही मिल रही है.
आज महाशिवरात्रि के अवसर पर आज देशभर में जगह-जगह श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. ऐसे में भगवान शिव की नगरी काशी विश्वनाथ में भक्तों का जनसैलाब उमड़ा है. काशी विश्वनाथ के बाहर भक्तों की काफी लंबी लाइन नजर आ रही है. साथ ही जगह-जगह भगवान शिव की पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक शुरू हो चुका है. देखिए वीडियो...
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में 30 सालों बाद कोर्ट के आदेश पर रात 2 बजे के बाद तहखाने में दीप जलाकर पूजा-अर्चना की गई. भगवान के सामने आरती जलता हुआ देख जहां एक तरफ हिंदु पक्ष के बीच खुशी का माहौल है तो वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम समुदाय में गुस्सा नजर आ रहा है. तहखाने में पूजा करने से मुस्लिम पक्ष जमकर विरोध कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बिना बताए आधी रात को जिला अधिकारी ने पूजा करवाई है. देखें वीडियो...
Gyanvapi Case Update: ज्ञानवापी तहखाने में आरती का समय तय कर दिया गया है. तहखाने में आरती दिन में 5 बार होगी. पहली मंगला आरती सुबह 3:30 बजे होगी. दूसरी आरती दोपहर 12, तीसरी 4 बजे होगी. चौथी आरती शाम 7 बजे होगी और पांचवीं आरती रात 10:30 बजे होगी.
Gyanvapi Case Update: ज्ञानवापी तहखाने से जुड़ी बड़ी ख़बर सामने आ रही है. मुस्लिम पक्ष ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. बता दें इंतजामिया कमेटी ने याचिका दायर की है. पूजा-पाठ पर रोक लगाने की मांग की गई है. जिला जज के फैसले पर रोक लगाने की अर्जी दाखिल हुई है. बता दें मुस्लिम पक्ष की तरफ से सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट जाने को कहा था.
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में इतने वर्षों के बाद कोर्ट के आदेश के बाद रात 2 बजे के बाद तहखाने में दीप जलाकर पूजा-अर्चना की गई. इसका पहला वीडियो सामने आया है जिसे देखकर हिंदु पक्ष के बीच खुशी का माहौल है. इस बात की जानकारी वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने दी. वीडियो को देखकर लोग काफी भावुक हो रहे हैं. देखिए मन को मोहने वाला यह वीडियो...
Gyanvapi Mosque Case: बड़ी खबर सामने आ रही है, ज्ञानवापी ASI सर्वे रिपोर्ट पर हिंदू पक्ष ने रिपोर्ट की कॉपी मांगी है. कॉपी के लिए हिंदू पक्ष ने अर्जी दाखिल की है. बता दें कोर्ट में हिंदू पक्ष ने ये अर्जी लगाई है. वहीं खबर है कि सर्वे रिपोर्ट आज दी जा सकती है.
Taal Thok Ke: राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासत तेज़ है। लेकिन आज कई कांग्रेसी अयोध्या हो आए। दीपेंदर हुड्डा, अजय राय, अखिलेश प्रताप सिंह समेत कई कांग्रेस नेताओं ने आज सरयू में डुबकी लगाई। उसके बाद हाथ से हाथ मिलाकर एक साथ जयश्रीराम के नारे भी लगाये। लेकिन दूसरी तस्वीर भी देखिये। सरयू में कांग्रेसियों की राम नाम की डुबकी अयोध्या के लोकल लोगों को पसंद नहीं आई। बल्कि उन्हें गुस्सा आ गया। और कांग्रेसियों के साथ उनकी झड़प हो गई। लोगों ने मारपीट की...कांग्रेस का झंडा भी खींचकर फाड़ दिया। जैसा कि हमें पता चला है कि इन लोगों का ये कहना था कि कांग्रेस ने हमेशा तो राम मंदिर में रोड़ अटकाए। इसलिये अब सरयू में डुबकी लगाकर और जय श्रीराम बोलकर ढोंग कर रहे हैं। इसपर आगे बात करेंगे। क्योंकि अभी हमारी जो बहस है, वो इसपर है कि राम मंदिर बन जाने के बाद कौन से काम बाक़ी हैं? राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण मिलने के बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पहला बयान दिया है। उन्होंने इसे आनंद का क्षण बताया। आगे ये कहा कि अभी बहुत काम बाक़ी है, जिस तपस्या से ये सपना पूरा हुआ है, उसे जारी रखना है। और तब तक जारी रखना है जब तक गंतव्य की प्राप्ति नहीं हो जाती। ठीक इसी वक्त AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी का भी एक बयान आया है। जिसमें एक बार फिर उन्होंने मुसलमानों से बाबरी को नहीं भूलने और हर मस्जिद को आबाद रखने की अपील की है। ओवैसी ने बयान में नई चीज़ ये जोड़ी कि उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों की हर मस्जिद को कुछ लोग ललचाई नज़रों से देख रहे हैं और उनपर कब्ज़ा करने की साज़िश कर रहे हैं। तो इसी पर बहस को आगे बढ़ाएंगे। जानेंगे कि भागवत ने जो शब्द कहा गंतव्य..उसका मतलब क्या है?..क्या काशी-मथुरा है?...वो किस तपस्या की बात कह रहे हैं जो अधूरी है?
Taal Thok Ke: राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासत तेज़ है। लेकिन आज कई कांग्रेसी अयोध्या हो आए। दीपेंदर हुड्डा, अजय राय, अखिलेश प्रताप सिंह समेत कई कांग्रेस नेताओं ने आज सरयू में डुबकी लगाई। उसके बाद हाथ से हाथ मिलाकर एक साथ जयश्रीराम के नारे भी लगाये। लेकिन दूसरी तस्वीर भी देखिये। सरयू में कांग्रेसियों की राम नाम की डुबकी अयोध्या के लोकल लोगों को पसंद नहीं आई। बल्कि उन्हें गुस्सा आ गया। और कांग्रेसियों के साथ उनकी झड़प हो गई। लोगों ने मारपीट की...कांग्रेस का झंडा भी खींचकर फाड़ दिया। जैसा कि हमें पता चला है कि इन लोगों का ये कहना था कि कांग्रेस ने हमेशा तो राम मंदिर में रोड़ अटकाए। इसलिये अब सरयू में डुबकी लगाकर और जय श्रीराम बोलकर ढोंग कर रहे हैं। इसपर आगे बात करेंगे। क्योंकि अभी हमारी जो बहस है, वो इसपर है कि राम मंदिर बन जाने के बाद कौन से काम बाक़ी हैं? राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण मिलने के बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पहला बयान दिया है। उन्होंने इसे आनंद का क्षण बताया। आगे ये कहा कि अभी बहुत काम बाक़ी है, जिस तपस्या से ये सपना पूरा हुआ है, उसे जारी रखना है। और तब तक जारी रखना है जब तक गंतव्य की प्राप्ति नहीं हो जाती। ठीक इसी वक्त AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी का भी एक बयान आया है। जिसमें एक बार फिर उन्होंने मुसलमानों से बाबरी को नहीं भूलने और हर मस्जिद को आबाद रखने की अपील की है। ओवैसी ने बयान में नई चीज़ ये जोड़ी कि उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों की हर मस्जिद को कुछ लोग ललचाई नज़रों से देख रहे हैं और उनपर कब्ज़ा करने की साज़िश कर रहे हैं। तो इसी पर बहस को आगे बढ़ाएंगे। जानेंगे कि भागवत ने जो शब्द कहा गंतव्य..उसका मतलब क्या है?..क्या काशी-मथुरा है?...वो किस तपस्या की बात कह रहे हैं जो अधूरी है?
कुछ ही दिनों में हम नए साल में प्रवेश करने वाले हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. वह दो दिन दिन की यात्रा पर थे. इस दौरान उन्होंने वाराणसी में स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन किया. जिसके बाद वहां मौजूद लोगों को प्रधानमंत्री ने संबोधित किया. अपने संबोधन में जनता से उन्होंने 9 आग्रह किया और इसे अपने जीवन में अपनाने के लिए कहा. देखें वीडियो...