लोकसभा चुनाव के बीच बंगाल में सीबीआई और एनएसजी कमांडो संदेशखाली मामले में जांच कर रहे हैं. हाल ही में एनएसजी कमांडो की टीम ने संदेशखाली में शाहजहां के करीबी अबु तालिब के घर से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए थे. एनएसजी कमांडो और सीबाआई की इस कार्रवाई पर सीएम ममता बनर्जी ने आपत्ति जताई है.
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में सीबीआई की टीम ने एनएसजी के साथ शाहजहां शेख के करीबी के 2 घरों पर छापेमारी की. जिसमें बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए. इस रेड में सीबीआई ने एनएसजी को बुलाया जिसने रोबोटिक मशीन का इस्तेमाल किया. छापेमारी में अबु तालिब के घर से विदेशी हथियार और देसी बम भी मिले हैं. देखें, इसी मुद्दे पर देश का नंबर वन डिबेट शो ताल ठोक के.
Sandeshkhali: बारासात की रैली में प्रधानमंत्री के मंच पर और भीड़ में महिलाएं ही महिलाएं थीं। संदेशखाली की TMC नेता शाहजहां से पीड़ित महिलाएं भी प्रधानमंत्री से मिलने पहुंची थीं। मोदी ने फिर संदेशखाली को लेकर निशाना साधा और कहा कि ममता दीदी को महिलाओं की नहीं शाहजहां को बचाने की फिक्र है। प्रधानमंत्री का हमला शाहजहां को बचाने के लिये ममता सरकार की हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक की भाग-दौड़ पर था. दोनों अदालतों से ममता को झटका लगा है। और शाहजहां को हिरासत में लेने के लिये CBI की टीम कोलकाता में है।
Sheikh Shahjahan in CBI Custody: संदेशखाली मामले के मुख्य आरोपी शाहजहां को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है. कई दिनों की मेहनत के बाद सीआईडी ने शाहजहां को सीबीआई को सौंप दिया है. शाहजहां की गिरफ्तारी को सीएम ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
शाहजहां शेख पर हाई कोर्ट के आदेश के बाद ममता बनर्जी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं. हाई कोर्ट से ममता को बड़ा झटका लगा था. संदेशखाली के मामले में न्याजत और बनगांव पुलिस स्टेशन के 3 मामले में कोलकाता हाई कोर्ट का CBI जांच का आदेश दिया था.
Shahjahan Sheikh: हाई कोर्ट से ममता को बड़ा झटका मिला. संदेशखाली के मामले में न्याजत और बनगांव पुलिस स्टेशन के 3 मामले में कोलकाता हाई कोर्ट का जांच CBI करेगी। शाहजहां शेख को CBI को सौंपने का आदेश दिया है। आज शाम साढ़े 4 बजे तक शाहजहां शेख और उनसे जुड़ा दस्तावेज CBI को देने का निर्देश ED अधिकारियों के ऊपर हमले की घटना के जांच के लिए बनाया गया SIT खारिज।
Taal Thok Ke: जो लोग ममता बनर्जी और बंगाल की राजनीति को जानते हैं, वो सिंगूर और नंदीग्राम का किस्सा भी जानते ही होंगे। भूमि अधिग्रहण के खिलाफ़ ममता के ये वो 2 मूवमेंट थे, जिसके दम पर उन्होंने बंगाल में 34 साल का लेफ्ट का शासन उखाड़ फेंका था और ऐसा फेंका कि आजतक बंगाल में पैर जमाए हुए हैं। लेकिन संदेशखाली से ममता की सिंगूर और नंदीग्राम वाली ज़मीन क्या अब खिसकने जा रही है? यही डिबेट है आज की, कि संदेशखाली का मामला क्या 24 में बंगाल की 42 सीटों पर बीजेपी के लिये बूस्टर का काम करेगा? संदेशखाली में हिन्दू महिलाओं के उत्पीड़न और ज़मीन पर अवैध कब्ज़ों का आरोपी शाहजहां शेख 55 दिन बाद गिरफ्तार हुआ और अब पुलिस की कस्टडी में है। TMC ने उसे पार्टी से निकालने में 55 दिन लिये। लेकिन शाहजहां शेख की हरकतें TMC से छूट नहीं रही हैं, बल्कि चिपक गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज बंगाल पहुंचते ही आरामबाग की रैली में शाहजहां शेख पर ही ममता सरकार की ख़बर ली। प्रधानमंत्री ने पब्लिक से ही पूछ लिया कि शाहजहां शेख की हरकत, और उसे बचाने की कोशिश पर लोग ममता सरकार को माफ़ करेंगे? क्या मां-बहनों पर चोट का जवाब वोट से नहीं देंगे? प्रधानमंत्री ने संदेशखाली पर मूकदर्शक बने रहने पर INDIA अलायंस को भी लपेटा और उसे गांधी जी के तीन बंदरों जैसा बताया। इसके बाद भ्रष्टाचार और परिवारवाद को लेकर भी ममता और दूसरे विपक्षी नेताओं पर अटैक किये। ममता कह चुकी हैं कि संदेशखाली को सिंगूर और नंदीग्राम से कंपेयर नहीं किया जा सकता, जो ये कर रहे हैं उनकी मंशा कुछ और है। सीधे कहा कि बीजेपी संदेशखाली से वोट तलाश रही है। 2009 के बाद बंगाल में बीजेपी तेज़ी से उठी है। 2014 में 2 सीटों से 2019 में सीधे 18 सीटों पर पहुंच गई थी। हांलाकि 2021 के विधानसभा चुनाव में ममता फिर सरकार बना ले गईं, लेकिन बीजेपी का वोट और सीटें तब भी बढ़ी थीं। बड़ा सवाल है इस बार क्या होगा? 10 साल में मोदी बंगाल के 32 दौरे कर चुके हैं। हज़ारों करोड़ के प्रोजेक्ट दे चुके हैं, आज भी दिये हैं। और अब तो उनके पास देने को 400 पार के नारे के साथ मोदी गारंटी और संदेशखाली जैसे मुद्दे भी हैं।
Taal Thok Ke: जो लोग ममता बनर्जी और बंगाल की राजनीति को जानते हैं, वो सिंगूर और नंदीग्राम का किस्सा भी जानते ही होंगे। भूमि अधिग्रहण के खिलाफ़ ममता के ये वो 2 मूवमेंट थे, जिसके दम पर उन्होंने बंगाल में 34 साल का लेफ्ट का शासन उखाड़ फेंका था और ऐसा फेंका कि आजतक बंगाल में पैर जमाए हुए हैं। लेकिन संदेशखाली से ममता की सिंगूर और नंदीग्राम वाली ज़मीन क्या अब खिसकने जा रही है? यही डिबेट है आज की, कि संदेशखाली का मामला क्या 24 में बंगाल की 42 सीटों पर बीजेपी के लिये बूस्टर का काम करेगा? संदेशखाली में हिन्दू महिलाओं के उत्पीड़न और ज़मीन पर अवैध कब्ज़ों का आरोपी शाहजहां शेख 55 दिन बाद गिरफ्तार हुआ और अब पुलिस की कस्टडी में है। TMC ने उसे पार्टी से निकालने में 55 दिन लिये। लेकिन शाहजहां शेख की हरकतें TMC से छूट नहीं रही हैं, बल्कि चिपक गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज बंगाल पहुंचते ही आरामबाग की रैली में शाहजहां शेख पर ही ममता सरकार की ख़बर ली। प्रधानमंत्री ने पब्लिक से ही पूछ लिया कि शाहजहां शेख की हरकत, और उसे बचाने की कोशिश पर लोग ममता सरकार को माफ़ करेंगे? क्या मां-बहनों पर चोट का जवाब वोट से नहीं देंगे? प्रधानमंत्री ने संदेशखाली पर मूकदर्शक बने रहने पर INDIA अलायंस को भी लपेटा और उसे गांधी जी के तीन बंदरों जैसा बताया। इसके बाद भ्रष्टाचार और परिवारवाद को लेकर भी ममता और दूसरे विपक्षी नेताओं पर अटैक किये। ममता कह चुकी हैं कि संदेशखाली को सिंगूर और नंदीग्राम से कंपेयर नहीं किया जा सकता, जो ये कर रहे हैं उनकी मंशा कुछ और है। सीधे कहा कि बीजेपी संदेशखाली से वोट तलाश रही है। 2009 के बाद बंगाल में बीजेपी तेज़ी से उठी है। 2014 में 2 सीटों से 2019 में सीधे 18 सीटों पर पहुंच गई थी। हांलाकि 2021 के विधानसभा चुनाव में ममता फिर सरकार बना ले गईं, लेकिन बीजेपी का वोट और सीटें तब भी बढ़ी थीं। बड़ा सवाल है इस बार क्या होगा? 10 साल में मोदी बंगाल के 32 दौरे कर चुके हैं। हज़ारों करोड़ के प्रोजेक्ट दे चुके हैं, आज भी दिये हैं। और अब तो उनके पास देने को 400 पार के नारे के साथ मोदी गारंटी और संदेशखाली जैसे मुद्दे भी हैं।
Sandeshkhali News: बंगाल दौरे पर जा रहे पीएम मोदी की आज शाम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक होगी। पीएम मोदी राजभवन में ममता से मुलाकात करेंगे।
PM Modi on Sandeshkhali: बंगाल दौरे से पहले पीएम मोदी ने हुंकार भरी है. झारखंड के सिंदरी में खाद प्लांट के उद्घाटन पर कई बड़ी बातें कही हैं. उन्होंने कहा कि वो धनबाद जा रहे हैं. जहां मैदान खुला होगा, माहौल गरम होगा.