Baat Pate Ki: राम मंदिर पर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच कांग्रेस लगातार बीजेपी को राम के नाम पर घेर रही है। ज़ी न्यूज़ की खास पेशकश बात पते की में देखें क्या है पूरी खबर।
Taal Thok Ke: प्रधानमंत्री मोदी ने आज से राम मंदिर का अनुष्ठान शुरू कर दिया है। सियावर राम चंद्र की जय के साथ उन्होंने एक ऑडियो रिकॉर्ड किया। सबको सूचना दी कि आज से 11 दिन यानी 22 जनवरी तक कठिन व्रत-नियम का पालन करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री महाराष्ट्र के नासिक निकल गये। रोड शो करते हुए पंचवटी के कालाराम मंदिर पहुंचे। वहां पर पूजा की। वनवास के दौरान भगवान राम यहां पर रुके थे। यहीं उन्होंने खर-दूषण का वध किया था। यहीं लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काटी थी। और यहीं से रावण ने सीता हरण किया था। कालाराम मंदिर में पूजा के बाद मोदी ने मंजीरे बजाकर राम-कीर्तन भी किया। और इसके बाद मंदिर परिसर में पोछा लगाया। 14 तारीख से मंदिरों में शुरू होने वाला स्वच्छता अभियान एक तरह से आज ही शुरू कर दिया। अब दूसरी तरफ़ का दृश्य देखिये। राम मंदिर के उद्घाटन का बहिष्कार कर चुकी कांग्रेस ने आज फिर मोदी-बीजेपी और संघ को कोसा। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि 22 जनवरी को धार्मिक नहीं, राजनीतिक कार्यक्रम है, अधूरे मंदिर का इसलिये उद्घाटन किया जा रहा है, ताकि चुनाव में वोट बटोर सकें। और सवाल दोहराया कि चारों शंकराचार्य बड़े हैं या पीएम मोदी? लेकिन थोड़ी देर में ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सामने आए।
Taal Thok Ke: प्रधानमंत्री मोदी ने आज से राम मंदिर का अनुष्ठान शुरू कर दिया है। सियावर राम चंद्र की जय के साथ उन्होंने एक ऑडियो रिकॉर्ड किया। सबको सूचना दी कि आज से 11 दिन यानी 22 जनवरी तक कठिन व्रत-नियम का पालन करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री महाराष्ट्र के नासिक निकल गये। रोड शो करते हुए पंचवटी के कालाराम मंदिर पहुंचे। वहां पर पूजा की। वनवास के दौरान भगवान राम यहां पर रुके थे। यहीं उन्होंने खर-दूषण का वध किया था। यहीं लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काटी थी। और यहीं से रावण ने सीता हरण किया था। कालाराम मंदिर में पूजा के बाद मोदी ने मंजीरे बजाकर राम-कीर्तन भी किया। और इसके बाद मंदिर परिसर में पोछा लगाया। 14 तारीख से मंदिरों में शुरू होने वाला स्वच्छता अभियान एक तरह से आज ही शुरू कर दिया। अब दूसरी तरफ़ का दृश्य देखिये। राम मंदिर के उद्घाटन का बहिष्कार कर चुकी कांग्रेस ने आज फिर मोदी-बीजेपी और संघ को कोसा। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि 22 जनवरी को धार्मिक नहीं, राजनीतिक कार्यक्रम है, अधूरे मंदिर का इसलिये उद्घाटन किया जा रहा है, ताकि चुनाव में वोट बटोर सकें। और सवाल दोहराया कि चारों शंकराचार्य बड़े हैं या पीएम मोदी? लेकिन थोड़ी देर में ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सामने आए।लेकिन थोड़ी देर में ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सामने आए। थोड़े डिफेंसिव मोड में दिखे। उन्होंने सफ़ाई दी कि हम उद्घाटन के विरोधी हैं, राम के विरोधी नहीं। ..हम खुद नहीं जा रहे हैं, लेकिन लोगों को नहीं रोक रहे हैं। ..खरगे ने पार्टी को कहा कि फ़ैसले से निराश ना हों, बल्कि लोगों को बताएं कि बहिष्कार का विज़न क्या है। खरगे के बयान में दबाव दिखा, क्योंकि बहिष्कार को कांग्रेस के ही कई नेता सेल्फ़ गोल बता रहे हैं। क्या कांग्रेस के नेता इमरान मसूद इसी प्रेशर में ही तो खुद को भगवान राम का वंशज नहीं बता बैठे?..इमरान मसूद ने कहा- भगवान राम हम सभी के आराध्य हैं, हम भी उन्हीं के वंशज हैं। ..ये वो नेता हैं जो कल तक 'सबका DNA एक है'..जैसे बयान पर भड़क जाते थे। आज की बहस में यही जानेंगे कि क्या 24 का रण राम पर ही होगा?...क्या राम लहर चल पड़ी है?..और INDI अलायंस ने जो कुछ भी सोच रखा था..मोदी ने उसपर पोछा फेर दिया है?
Zee Manch: केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दोनों अलग-अलग समय थे..दोनों समय की अपनी-अपनी परिस्थियतियां थीं..आज की परिस्थिति जिस तरह से विकास हो रहा है..एक के बाद एक कीर्तिमान बन रहे हैं..आज सारी दुनिया उसको देख रही है ये बहुत गौरव की बात है..यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने वो काम कर रहे हैं..जिससे देश का हर व्यक्ति गर्व से अपना सिर ऊंचा कर सके ऐसा मिसाल दुनिया में कायम कर रहे हैं।
Taal Thok Ke: Counter-attack is going on between the government and the opposition regarding the Uniform Civil Code in the country. BJP spokesperson Prem Shukla said that the framers of the Constituent Assembly, who included the Uniform Civil Code in the Directive Principles of Policy, were communal people.
Taal Thok Ke: देश में समान नागरिकता संहिता को लेकर सरकार और विपक्ष में वार पलटवार जारी है। सपा प्रवक्ता डॉ अजीज खान ने कहा कि बाबा साहिब को अगर यूसीसी लागू करना होता तो वो इसको संविधान के प्रिंसिपल में रखते।
Taal Thok Ke: देश में समान नागरिकत संहित को लेकर सरकार और विपक्ष में वार पलटवार जारी है। बीजेपी प्रवक्ता Prem Shukla ने कहा कि संविधान सभा में शामिल संविधान निर्माताओं ने नीति निदेशक तत्वों में समान नागरिक संहिता को स्थान दिया था, क्या वो साम्प्रदायिक लोग थे।