संसद के पहले सत्र में आपातकाल और संविधान को लेकर अभी बहस खत्म नहीं हुई थी कि विपक्ष की ओर से एक और मांग रख दी गई है। मोहनलालगंज से समाजवादी पार्टी के सांसद आर के चौधरी ने संसद सत्र की शुरुआत में ही सेंगोल को हटाने की मांग कर दी.
Taal Thok Ke: आपातकाल का जिन्न लोकसभा में आज फिर जागा और जब ये जागा तो NDA के खिलाफ एकजुट होने का दावा कर रहे INDIA गठबंधन में फूट नजर आया. दरअसल, इंडिया गठबंधन से जुड़े सांसद संविधान के मुद्दे पर बीजेपी को घेर रहे हैं. तो एनडीए से जुड़े सांसद आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हैं. इस बीच लोकसभा के स्पीकर चुने जाने के बाद ओम बिरला ने भी इमरजेंसी पर सदन में एक प्रस्ताव रखा. जैसे ही उन्होंने निंदा प्रस्ताव रखा, सदन में हंगामा शुरू हो गया. पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच नारेबाजी शुरु हो गई. कांग्रेस सांसदों ने इस प्रस्ताव का जोरदार विरोध किया. लेकिन इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी, टीएमसी, आरजेडी और लेफ्ट, इस विरोध से दूर रहे. जब कांग्रेस सांसद विरोध जताने के लिए स्पीकर की कुर्सी के पास पहुंच गए. इस दौरान भी कांग्रेस के सहयोगी दलों के सांसद चुपचाप बैठ रहे. लेकिन जब स्पीकर ने इमरजेंसी के दौरान जान गंवाने वालों की याद में मौन रखते समय ये सांसद श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े हो गए. भारी हो हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन को संबोधित करते हुए 1975 में देश में आपातकाल लगाने के फैसले की निंदा की. और इसे भारतीय इतिहास का काला अध्याय बताते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर तनाशाही थोपने, संविधान-लोकतंत्र का अपमान करने लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने के संगीन आरोप लगाए. तो क्या आपातकाल पर मोदी के मास्टस्ट्रोक से विपक्ष बिखर गया. क्या एलओपी बनते ही राहुल सियासी चक्रव्यूह में फंस गए.
Parliament Session 2024: लोकसभा स्पीकर के नाम पर विपक्ष की सहमति नहीं बन पाई है. भाजपा सांसद ओम बिरला ने 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. एनडीए ने ओम बिरला को मैदान में उतारा है, वहीं इंडिया ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद के सुरेश को अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारा है. ओम बिरला के अलावा के सुरेश ने भी लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.
Parliament Session 2024: 18वीं संसद के पहले सत्र का आज दूसरा दिन है। बड़ी बात ये कि आज इमरजेंसी के 49 साल पूरे हो रहे हैं। BJP इसे ब्लैक डे के तौर पर मना रही है तो वहीं कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के तमाम नेता संविधान की कॉपी लेकर संसद पहुंच रहे हैं। इस बीच स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद पर भी घमासान जारी है।
Taal Thok Ke: मोदी 3 प्वॉइंट ओ में आज संसद सत्र का पहला दिन था. उम्मीद की जा रही थी कि सबपकुछ शांतिपूर्ण ढंग से निपटेगा. क्योंकि पहले और दूसरे दिन सिर्फ सभी सांसदों के शपथ का कार्यक्रम होता है. ऐसे में माना जा रहा था कि शपथ की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से होगी. शुरुआत शांतिपूर्ण की नजर आई. जब प्रधानमंत्री मोदी ने सदन के बाहर संबोधन में सभी सांसदों ने सदन चलाने में सहयोग की अपील की और नसीहत भी दी. कि सदन में व्यवधान और हंगामा नहीं बल्कि काम होना चाहिए. लेकिन इसी दौरान उन्होंने आपात काल को लेकर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. आपको बता दें कि कल यानि 25 जून को ही वर्ष 1975 में कांग्रेस राज में आपातकाल लगाया गया था.
Atal Setu Bridge Crack News: अटल सेतु को लेकर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने अटल सेतु में दरार आने का दावा किया है. बकायदा महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने दरार की तस्वीरें भी दिखाई है. कांग्रेस ने इसको लेकर बीजेपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. वहीं कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी ने कहा कि अटल सेतु नहीं एप्रोच रोड में दरार आई हुई है. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस झूठ बोल रही है.
Digvijaya Singh on NEET Paper Leak: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बीजेपी और RSS पर बड़ा आरोप लगाया है। नीट परीक्षा में धांधली पर हिंदू-मुसलमान की एंट्री। दिग्विजय सिंह ने RSS और पीएम पर साधा निशाना, कहा 'नीट परीक्षा में ज़्यादातर छात्र हिन्दू। हिन्दुओं की बात करने वेक आखिर कहा गए'.
Rahul Gandhi Birthday Video: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का आज 54वां जन्मदिन है. और ये कांग्रेस मुख्यालय में धूमधाम से मनाया गया. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सुबह पार्टी मुख्यालय पहुंचे, जहां सैकड़ों कांग्रेस समर्थक मौजूद थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूल और गुलदस्ते भेंट किए. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राहुल गांधी को केक खिलाया. कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी इस मौके पर मौजूद थे। इस बीच देखें राहुल गांधी के हैप्पी बर्थडे का वीडियो।
क्या वायनाड को प्रियंका गांधी पसंद हैं? ये सवाल इसलिए क्योंकि दो बार जीतने के बाद राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ने और रायबरेली सीट रखने का ऐलान किया है। अब प्रियंका गांधी वायनाड से चुनावी राजनीति में डेब्यू करेंगी। सवाल ये है कि जिस वायनाड ने राहुल गांधी का मुश्किल समय में साथ दिया उसे छोड़कर राहुल गांधी ने ठीक किया। साथ ही सवाल ये भी है कि क्या वायनाड के लोग प्रियंका गांधी पर भरोसा कर पाएंगे?
वायनाड या रायबरेली राहुल गांधी ने आखिरकार इस पहेली को सुलझा ही लिया। राहुल ने रायबरेली सीट से सांसद रहने का मन बना लिया है और उनकी बहन प्रियंका वायनाड से सियासी डेब्यू करेंगी। जिस वायनाड ने राहुल को 2019 में संजीवनी दी राहुल ने उसी सीट को प्रियंका के डेब्यू के लिए क्यों चुना उसकी एक खास वजह भी हो सकती है। दरअसल दक्षिण भारत से गांधी परिवार का पुराना पॉलिटिकल रिश्ता रहा है।