लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के लिए जल्द मतदान किए जाएंगे। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईवीएम बदलने का आरोप लगाया है। EVM को लेकर ममता बनर्जी एक बार फिर बीजेपी को घेरती हुई नज़र आई है।
शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ममता बनर्जी को लगा हाईकोर्ट से बड़ा झटका। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लोकसभा चुनाव से पहले हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने रद्द की शिक्षक भर्ती। 25753 शिक्षकों की भर्ती रद्द।
West Bengal: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में तूफान ने जबरदस्त तबाही मचाई है. जिसकी वजह से 4 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. ममता बनर्जी घायलों से मिलने अस्पताल भी पहुंचीं. इसके साथ ही राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कुछ दिन पहले गिर गई थी जिस वजह से उन्हें गंभीर चोट आई थी. हाल ही में उन्हें पहली बार देखा गया. वीडियो में देख सकते हैं सीएम के माथे पर पट्टी बंधी हुई है. यह वीडियो पार्क सर्कस ग्राउंड का है जहां इफ्तार पार्टी रखी गई थी. इस पार्टी में ममता भी शामिल हुई. उनके साथ कोलकाता के मेयर और पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम, सांसद डेरेक ओ'ब्रायन और अन्य नेताएं भी नजर आए. देखें वीडियो...
West Bengal: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी दक्षिण कोलकाता के मेटियाब्रुज में घटना स्थल पर पहुंचीं, जहां 5 मंजिला निर्माणाधीन इमारत ढह गई. राहत और बचाव कार्य जारी है. डब्ल्यूबी फायर और आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस के ने बताया है कि 2 मौतों की सूचना मिली है और 13 लोगों को बचाया गया है.
Lok Sabha Election 2024: चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. ऐसे में सियासी दांव पेंच में कई बड़े नेताओं के नाम आते हैं. जो काफी फेमस भी है. इस वीडियो में देखिए कौन हैं चुनाव में 8 प्रमुख नेता और रणनीतिकार...जिनकी चर्चा सबसे ज्यादा रही.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय एजेंसियों के जरिए बीजेपी पर बड़ी टिप्पणी की है. ममता बनर्जी ने कहा, 'वो वोट के लिए लोगों को धमकाते हैं. वे बीजेपी के इशारे पर धमकी देते हैं.
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का मामला दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. हाल ही में इस घटना के मुख्य आरोपी शेख शाहजहां की गिरफ्तारी हुई थी. तो वहीं सारे नेताओं को बंगाल पुलिस द्वारा संदेशखाली जाने से रोका जा रहा है. इसी बीच बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी जैसे ही संदेशखाली दौरे पर जाने वाली थी तभी कोलकाता के न्यू टाउन में ही पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा उन्हें रोका गया और फिर हिरासत में ले लिया गया. सांसद ने रिहा होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा- "पुलिस ने हमें अवैध रूप से गिरफ्तार किया, कोई कागज नहीं दिखाया, हमारे साथ बुरा व्यवहार किया, जो सरासर गलत और गैरकानूनी था. आज, ममता बनर्जी ने यह दिखाया" वह 'नारी दिवस' पर जो कर रही है वह सब बकवास है, वास्तविकता यह है जो उसने हमारे साथ किया. वे चाहते थे कि हम श्वेत पत्र पर हस्ताक्षर करें, लेकिन हम ऐसा क्यों करेंगे?"
Taal Thok Ke: आज की बहस ये है कि 24 की चाबी मां यानी महिलाओँ के पास है, तब ये भी जानना पड़ेगा कि चुनाव में 'मां' किसके साथ है? मां, माटी और मानुष के नारे से 'खेला' करने वालीं ममता बनर्जी आज और परेशान हुईं। वो इसलिये क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी 5 दिन में दूसरी बार आज बंगाल पहुंच गये। ममता ने अपना थोड़ा गुस्सा तो अंडर वाटर मेट्रो के उद्घाटन से दूर रहकर निकाला। लेकिन मोदी ने संदेशखाली पर फिर भी पारा चढ़ाया। बारासात की रैली में प्रधानमंत्री के मंच पर और भीड़ में महिलाएं ही महिलाएं थीं। संदेशखाली की TMC नेता शाहजहां से पीड़ित महिलाएं भी प्रधानमंत्री से मिलने पहुंची थीं। मोदी ने फिर संदेशखाली को लेकर निशाना साधा और कहा कि ममता दीदी को महिलाओं की नहीं शाहजहां को बचाने की फिक्र है। प्रधानमंत्री का हमला शाहजहां को बचाने के लिये ममता सरकार की हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक की भाग-दौड़ पर था। ये कोशिशें फेल भी हो चुकी हैं, क्योंकि दोनों अदालतों से ममता को झटका लगा है। और शाहजहां को हिरासत में लेने के लिये CBI की टीम कोलकाता में पुलिस हेडक्वार्टर पहुंच चुकी है। हमने पहले भी सवाल उठाया था कि- जैसे सिंगूर और नंदीग्राम ममता बनर्जी के लिये बूस्टर थे, वैसे ही संदेशखाली बीजेपी के लिये बूस्टर साबित होगा? बंगाल के पिछले 3 चुनावों में महिलाओं का बड़ा वोट बैंक ममता से मोदी की तरफ़ शिफ्ट हुआ है। क्या संदेशखाली उसी अंतर को और बढ़ा करेगा? या फिर महिलाएं मोदी की बजाए ममता को ही चुनेंगी? ये भी जानेंगे कि क्या संदेशखाली का सियासी संदेश बंगाल से बाहर जा पाएगा? आज ही बीजेपी ने सोशल मीडिया हैंडल पर महिलाओं को लेकर मोदी सरकार के बड़े-बड़े काम गिनाये हैं। इसके पीछे भी क्या यही विज़न है कि 24 की चाबी मां के पास है?
Taal Thok Ke: आज की बहस ये है कि 24 की चाबी मां यानी महिलाओँ के पास है, तब ये भी जानना पड़ेगा कि चुनाव में 'मां' किसके साथ है? मां, माटी और मानुष के नारे से 'खेला' करने वालीं ममता बनर्जी आज और परेशान हुईं। वो इसलिये क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी 5 दिन में दूसरी बार आज बंगाल पहुंच गये। ममता ने अपना थोड़ा गुस्सा तो अंडर वाटर मेट्रो के उद्घाटन से दूर रहकर निकाला। लेकिन मोदी ने संदेशखाली पर फिर भी पारा चढ़ाया। बारासात की रैली में प्रधानमंत्री के मंच पर और भीड़ में महिलाएं ही महिलाएं थीं। संदेशखाली की TMC नेता शाहजहां से पीड़ित महिलाएं भी प्रधानमंत्री से मिलने पहुंची थीं। मोदी ने फिर संदेशखाली को लेकर निशाना साधा और कहा कि ममता दीदी को महिलाओं की नहीं शाहजहां को बचाने की फिक्र है। प्रधानमंत्री का हमला शाहजहां को बचाने के लिये ममता सरकार की हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक की भाग-दौड़ पर था। ये कोशिशें फेल भी हो चुकी हैं, क्योंकि दोनों अदालतों से ममता को झटका लगा है। और शाहजहां को हिरासत में लेने के लिये CBI की टीम कोलकाता में पुलिस हेडक्वार्टर पहुंच चुकी है। हमने पहले भी सवाल उठाया था कि- जैसे सिंगूर और नंदीग्राम ममता बनर्जी के लिये बूस्टर थे, वैसे ही संदेशखाली बीजेपी के लिये बूस्टर साबित होगा? बंगाल के पिछले 3 चुनावों में महिलाओं का बड़ा वोट बैंक ममता से मोदी की तरफ़ शिफ्ट हुआ है। क्या संदेशखाली उसी अंतर को और बढ़ा करेगा? या फिर महिलाएं मोदी की बजाए ममता को ही चुनेंगी? ये भी जानेंगे कि क्या संदेशखाली का सियासी संदेश बंगाल से बाहर जा पाएगा? आज ही बीजेपी ने सोशल मीडिया हैंडल पर महिलाओं को लेकर मोदी सरकार के बड़े-बड़े काम गिनाये हैं। इसके पीछे भी क्या यही विज़न है कि 24 की चाबी मां के पास है?